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Satellite क्या होता है? What is satellite in hindi?

 दोस्तों आज हम जानने वाले है कि Satellite क्या होता है? Satellite आखिर काम कैसे करता है? और साथ ही यह भी  जानेगे की Satellite का उपयोग कहा कहा किया जाता है। हम सभी जितने भी दिनभर में काम करते है उनमे से कहीं न कहीं 90 फीसदी काम satellite के माध्यम से ही करते है यानी की अगर आप टेलिविज़न देख रहे हो या किसी दोस्त जो किसी दूसरे देश में बैठा है उनसे बातें कर रहे हो, इन सभी में satellite अपना मुख भुमिका निभाता है। 

जब भी टेलिविज़न पर मौसम का हाल बताया जा रहा है या किसी भी गाँव, शहर,या किसी देश का नक्शा देख रहे हो उन सभी में satellite का ही इसत्माल किया जाता है। तो दोस्तों ज्यादातर काम आज के इस डिजिटल दुनिया में satellite पर ही निर्भर करता है। तो चलिये जानते हैं कि आखिर satellite अंतरिक्ष में टीका क्यों रहता है? ज़मीन पर गिर क्यों नहीं जाता? इन सब सारे सवालो का जवाब आपको इस लेख के माध्यम से मिल जाएगा। तो चलिये पढ़ते हैं।


Satellite क्या होता है?  What is Satellite in hindi?

Satellite
जब एक छोटा सा वस्तु किसी बड़े वस्तु के चक्कर अंतरिक्ष में लगाता है तो उस छोटे से वस्तु को बड़े वस्तु का satellite कहते हैं। इसे उपग्रह के नाम से भी जाना जाता है। जैसे पृथ्वी के चारो ओर चांद चक्कर लगाता है इसलिए चाँद को पृथ्वी का satellite कहा जाता है।

satellite की दोनों तरफ सोलर पैनल लगा होता है जिसके वजह से satellite को ऊर्जा मिलती है जिसके कारण यह काम कर पाता है।  Satellite के बीच वाले भाग में transmeter और receiver लगे होते हैं जिसकी मदद से satellite डेटा को ट्रांसफर और प्राप्त करता है। इसके अलावा भी कुछ भाग होते हैं जो जरुरत के हिसाब से लगे होते हैं।

अगर satellite को पृथ्वी का फोटो लेने के लिए बनाया गया है तो उसमें कैमरा भी लगा होगा। और अगर स्कैन करने के उदेश्य से बनाया गया है तो उसमें scanner लगा होगा।जिसकी मदद से satellite किसी ओब्जेक्ट्स को स्कैन करने में सक्षम हो पायेगा।

ज्यादातर satellite का इस्तेमाल कम्युनिकेशन्स के लिए किया जाता है इसलिए इसे इस तरह से बनाया जाता है कि कम्युनिकेशन्स में कोई समस्या नहीं आए। 

satellite को काम की हिसाब से डिज़ाइन किया जाता है। टेलिविजन देखना,फोन पर बात करना, मोबाइल में जीपीएस की द्वारा रास्ता nevigate करना, मौसम का हाल जानना इत्यादि satellite की माध्यम से ही तो सम्भव हो पाया है।


Satellite कैसे काम करता है?

Satellite का डिज़ाइन इस तरह से किया जाता है कि उस पर सोलर पैनल लग सके। यानी की Sattelite के दोनों तरफ सोलर पैनल लगे होते हैं जिसके मदद से sattelite ऊर्जा प्राप्त करती है। और बीच वाले हिस्से में Transmitter और Receiver लगा होता है जिसका काम सिग्नल को भेजना और प्राप्त करना होता है। और इसके अलावा भी कण्ट्रोल मोटर लगे होते हैं जिसके जरिये satellite को कण्ट्रोल किया जाता है।

Satellite कितने प्रकार के होते हैं? Category of Satellite.

Satellite को मुख्त: तीन कैटेगरी में बाँटा गया है जो उसकी ज़मीन से दुरी पर निर्भर करती है। Satellite के तीनोंं कैटेगरी निम्नलिखित है-

  1. Low Earth Orbit Satellite
  2. Medium Earth Orbit Satellite
  3. High Earth Orbit Satellite
चलिये इन सभी satellite की कैटेगरी को विस्तार से समझते है-

1.Low Earth Orbit Satellite

Satellite in hindi यह satellite पृथ्वी के बहुत पास होते हैं इसलिए इसे Low Earth Orbit Satellite कहा जाता है। इसकी ऊँचाई ज़मीन से लगभग 160 से 1600 किलोमीटर तक होती है। इसका इस्तेमाल इमेज और scanning के लिए किया जाता है क्योकि यह पृथ्वी के काफी पास होते और यह पृथ्वी का चक्कर दिन में कई बार लगा लेता है। इसलिए इसका इस्तेमाल पृथ्वी को स्कैन और इमेज के लिए किया जाता है 


2.Medium Earth Orbit Satellite

Satellite meaning in hindi. यह satellite धरती से थोड़ा दूर होती है यानी की Low Earth Orbit Satellite से दूर होती है। इसकी ऊँचाई ज़मीन से लगभग 10,000 से 20,000 किलोमीटर तक होती है। यह धरती का एक चक्कर 12 घंटे में लगाती है। जिसके कारण इसका इस्तेमाल nevigation के लिए किया जाता है  यह satellite किसी जगह से एक विशिष्ट समय में गुजरती हैं। इसका इस्तेमाल बहुत से देशों के द्वारा दूसरे देशों पर नज़र रखने के लिए भी किया जाता है।


3.High Earth Orbit Satellite

Satellite Meaning. यह satellite ज़मीन से बहुत दूर होती है यानी की Medium Earth Orbit Satellite से भी बहुत दूर होती है। इसकी ऊँचाई ज़मीन से लगभग 36000 किलोमीटर होती है। यह धरती के गति के साथ ही गति करती है। इस तरह के उपग्रह यानी की satellite का इस्तेमाल कम्युनिकेशन के लिए किया जाता है। इसी satellite की मदद से हम और आप किसी भी देश में बैठे आदमी से बात कर सकते हैं।


Satellite अंतरिक्ष से नीचे क्यों नहीं गिरता है?

अंतरिक्ष में अगर कोई भी चीज़ को रहना है तो उसे किसी बड़े वस्तु का चक्कर एक गति से लगाना होता है। जिसके कारण गुरुत्वकर्शन् बल उसे नीचे नहीं ला पाता है क्योकि उसकी स्पीड बहुत काफी होती है। इसी नियम के कारण satellite अंतरिक्ष में टीका रहता है धरती पर नहीं गिरती है।


यह भी पढ़ें- सर्वर क्या होता है? सर्वर कितने प्रकार के होते हैं?

कुछ मह्त्वपूर्ण पूछें गए सवालो के जवाब


सैटेलाइट कितने प्रकार के होते हैं?

सैटेलाइट मुख्त: दो प्रकार के होते हैं। 1. प्राकृतिक 2. आर्टीफिसियल

आर्टीफिसियल सैटेलाइट तीन प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित है-

1.Low Earth Orbit Satellite

Satellite in hindi यह satellite पृथ्वी के बहुत पास होते हैं इसलिए इसे Low Earth Orbit Satellite कहा जाता है। इसकी ऊँचाई ज़मीन से लगभग 160 से 1600 किलोमीटर तक होती है। इसका इस्तेमाल इमेज और scanning के लिए किया जाता है क्योकि यह पृथ्वी के काफी पास होते और यह पृथ्वी का चक्कर दिन में कई बार लगा लेता है। इसलिए इसका इस्तेमाल पृथ्वी को स्कैन और इमेज के लिए किया जाता है 


2.Medium Earth Orbit Satellite

Satellite meaning in hindi. यह satellite धरती से थोड़ा दूर होती है यानी की Low Earth Orbit Satellite से दूर होती है। इसकी ऊँचाई ज़मीन से लगभग 10,000 से 20,000 किलोमीटर तक होती है। यह धरती का एक चक्कर 12 घंटे में लगाती है। जिसके कारण इसका इस्तेमाल nevigation के लिए किया जाता है  यह satellite किसी जगह से एक विशिष्ट समय में गुजरती हैं। इसका इस्तेमाल बहुत से देशों के द्वारा दूसरे देशों पर नज़र रखने के लिए भी किया जाता है।


3.High Earth Orbit Satellite

Satellite Meaning. यह satellite ज़मीन से बहुत दूर होती है यानी की Medium Earth Orbit Satellite से भी बहुत दूर होती है। इसकी ऊँचाई ज़मीन से लगभग 36000 किलोमीटर होती है। यह धरती के गति के साथ ही गति करती है। इस तरह के उपग्रह यानी की satellite का इस्तेमाल कम्युनिकेशन के लिए किया जाता है। इसी satellite की मदद से हम और आप किसी भी देश में बैठे आदमी से बात कर सकते हैं।

भारत के कितने सैटेलाइट है?

भारत के कुल 61 सैटेलाइट्स है। जबकि चिन का 400 है। और रूस का 206 और अमेरिका 140 और साथ ही जपान का 62 सैटेलाइट्स् है जो की अंतरिक्ष में है।

भारत का सबसे पहले satellite कौन सा है?

भारत का सबसे पहले Satellite का नाम आर्य्भट्ट् था जो महान खगोल्विद् आर्यभट के नाम पर रखा गया था।


सैटेलाइट का उपयोग कहा कहा किया जाता है?

ज्यादातर satellite का इस्तेमाल कम्युनिकेशन्स के लिए किया जाता है इसलिए इसे इस तरह से बनाया जाता है कि कम्युनिकेशन्स में कोई समस्या नहीं आए। 

satellite को काम की हिसाब से डिज़ाइन किया जाता है। टेलिविजन देखना,फोन पर बात करना, मोबाइल में जीपीएस की द्वारा रास्ता nevigate करना, मौसम का हाल जानना इत्यादि satellite की माध्यम से ही तो सम्भव हो पाया है।


Conclusion

मेरे प्यारे दोस्तों आज आपने जान की satellite क्या होता है? What is satellite in hindi? Satellite meaning in hindi.भारत में कितने satellite है। भारत का पहला satellite का क्या नाम है? satellite कितने प्रकार के होते हैं। satellite कैसे काम करता है। आशा करता हु की अब आप satellite की बारे में बहुत कुछ जान गए होंगे। मुझे उम्मीद है कि आपको यह जानकारी बेहद पसंद आई होगी और इस जानकारी को आप अपने दोस्तो के साथ भी शेयर करेंगे।

धन्यवाद।


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