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Modem क्या होता है? Types of modem.

 दोस्तों आज हम जानने वाले है कि मॉडेम क्या होता है? मॉडेम के कितने प्रकार होते हैं? आखिर मॉडेम काम कैसे करता है? इन सभी सारे सवालो के जवाब आपको इसी लेख में मिल जाएगा। 

दोस्तों अगर आपने इंटरनेट कनेक्शन लगवाया है तो आपने मॉडेम ना नाम तो जरूर ही सूना होगा। क्योकि इसके बिना तो इंटरनेट कनेक्शन है नहीं होगा। और साथ ही साथ आपने मॉडेम भी देख ही लिया होगा। तो अब आपने सोचा होगा कि आखिर मॉडेम काम कैसे करता है? What is modem? Types of modem. मॉडेम कितने प्रकार के होते हैं? तो चलिये जानते हैं इन सभी सारे सवालो के जवाब बिना किसी देरी के।

सबसे पहले हम ये जान लेते है कि मॉडेम का अविशकार किसने किया था। तो सबसे पहले Bell 103 ने AT & T Corporation के द्वारा पहला मॉडेम 1962 में जारी किया गया था। इसके बाद Dr Brent Townshend ने 1996 में 56k मॉडेम का अविशकार किया।


Modem क्या होता है? What is modem in hindi?

Modem in hindi
Modem in hindi. मॉडेम एक ऐसा उपकरन है जिसकी मदद से Digital Signal को Analog Signal में बदला जा सकता है और साथ ही साथ Analog signal को Digital Signal में भी बदला जा सकता है। 

Modem दो शब्दों से मिलकर बना है Modulator और Demodulator. जब मॉडेम के द्वारा Digital Signal को Analog Signal में बदला जाता है तो इसे "Modulation" कहते हैं। और जब Analog Signal को Digital Signal में बदला जाता है तो उसे "De modulation" कहते हैं। यानी की मॉडेम दोनों काम करता है और इन दोनों कामों की वजह से ही इनका नाम Modem पड़ा।


Modem का क्या काम है? Function of Modem in hindi.

Modem in hindi. मॉडेम को एक हार्डवेयर के तरह काम में लाया जाता है जिसका काम कंप्यूटर को किसी केबल या फोन की माध्यम से डेटा को भेजने का होता है। मॉडेम का काम कंप्यूटर को broudband से जोड़ना होता है। अगर मॉडेम की स्पीड चेक करना है तो इसकी टैस्ट BPS या KBPS में किया जाता है। दूसरे शब्दोंं में कहे तो, "मॉडेम ,इंटरनेट का ट्रांसमिशन करने के काम आता है"।


मॉडेम कितने प्रकार के होते हैं? Types of Modem in hindi.

Modem(मॉडेम) मुख्त: चार प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित है-

  • External Modem( बाहरी मॉडेम)
  • Internal Modem ( आतंरिक मॉडेम)
  • Fax Modem        (फैक्स मॉडेम)
  • Cable Modem     (केबल मॉडेम)
चलिये इन सभी प्रकार को एक एक करके विस्तार से समझते हैं।

External Modem (बाहरी मॉडेम)- 

 इस तरह के मॉडेम को कंप्यूटर से बाहर् रखा जाता है,जिसके कारण इसमें अलग से पावर सप्लाई की जरुरत पड़ती है। और इस तरह के मॉडेम कंप्यूटर की साथ किसी वायर से जुड़ा होता है। इस मॉडेम में लाइट्स लगी होती है जो मॉडेम के हर एक फंक्शन को बताता है। इस तरह के मॉडेम को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में आसानी से मूव किया जा सकता है।


Internal Modem ( आतंरिक मॉडेम):-

 इस तरह के मॉडेम कंप्यूटर की अंदर ही लगे होते हैं। जिसके कारण आपको इसकी स्तिथी का जानकारी प्राप्त करने के लिए इसके साथ आने वाले सॉफ्टवेयर पर ही निर्भर होना पड़ता है। इस तरह के मॉडेम में लाइट नहीं लगी होती है क्योकि यह कंप्यूटर की अंदर expenssion slot में लगा होता है। यह मॉडेम दो तरह के होते है- डायल अप और वायरलेस।


फैक्स मॉडेम ( Fax Modem):-

  इस तरह के मॉडेम का इस्तेेमाल फैक्स मशीन की रूप में किया जा सकता है। यानी की फैक्स एक्सचेंज किया जा सकते इस तरह के मॉडेम का उपयोग करके।


केबल मॉडेम( Cable Modem):-

इस तरह के मॉडेम का इसत्माल टीवी से डेटा ट्रांसमिशन करने में किया जाता है। यह मॉडेम नेट्वर्क ब्रिज का ही एक प्रकार है। 


Modem का फूल फॉर्म क्या है?

Modem ka full form "MODulator - DEModulator" होता है।


मॉडेम का उपयोग क्या है? Uses of Modem.

मॉडेम का इस्तेमाल बहुत से जगहों पर किया जाता है जिसमें से कुछ निम्नलिखित है-

  • Data Compression
  • Modulated Signal
  • Error Connection
तो चलिये इन सभी को एक एक करके विस्तार से जानते है-

Data Compression:- 

डेटा को compress करने के लिए मॉडेम का इसत्माल होता था जब फोन लाइन्स से जब डेटा ट्रांसफर किया जाता था।यह पुराने समय में ऐसा किया जाता था क्योकि तब नई नई टेक्नोलॉजी आई थी।

जब फोन लाइन्स से डेटा भेजा जाता था तब डेटा के आकार को कम करने के लिए मॉडेम का इस्तेमाल किया जाता था। क्योकि तब मॉडेम को इस तरह से डिज़ाइन नहीं किया गया था। यानी की मॉडेम का काम डेटा को नियोजित करना भी होता है।

Modulated Signal:-

Modem आसानी से transmitted और Decoded Signal को बनाता है जो की बिना की डेटा लॉस्ट हुए आसानी से एक जगह से दूसरे जगह भेज देता है। मॉडेम का सबसे ज्यादा इस्तेमाल टेलीफोन चैनल पर जानकारिया भेजने के काम आता है। साथ ही साथ इसका इस्तेमाल किसी भी सिस्टम पर डेटा भेजने के लिए किया जा सकता है। जो भी सिस्टम रेडियो, opticle network सहित सभी analog सिग्नल को प्रसारित करने का माध्यम उपलब्ध कराता है।


Error Correction:- 

यह एक तरह से त्रुटि को भी सही करने का काम करता है। जब कभी मॉडेम किसी तरह का जानकारी इकट्ठा करता है तो भेजे हुए फ्रेम से अपने प्राप्त किये गए जानकारी का चेकसम प्राप्त करता है। तो अगर चेकसम मैच कर जाता है तो यह पता लग जाता है कि डेटा किसी भी तरह से डैमेज नहीं हुआ है।


Conclusion

मेरे प्यारे दोस्तों आज आपने इस ब्लॉग के माध्यम से जाना की "मॉडेम क्या होता है? मॉडेम कितने प्रकार के होते हैं? मॉडेम का क्या काम होता है? इत्यादि।" मुझे उम्मीद है कि अब आपको अच्छे से समझ आ गयी होगी कि मॉडेम क्या होता है और यह कैसे काम करता है वो भी हिंदी में। what is modem in hindi.

मुझे आशा है कि ये जानकारी आपको बेहद पसंद आई होगी। मै उम्मीद करता हु की इस लेख को आप अपने जानकार, रिस्तेदार, पड़ोसी, दोस्त, अपने चाहने वाले के साथ शेयर करेंगे।


धन्यवाद।।




 

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